क्या आप जानते हैं मल-मूत्र की ताकत, ये बचा सकता है हमारा भविष्य

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Pratibha Rana
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क्या आप जानते हैं मल-मूत्र की ताकत, ये बचा सकता है हमारा भविष्य

कई लोग अक्सर मल-मूत्र का नाम सुनकर असहज महसूस करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर इस मल-मूत्र का सही उपचार किया जाए तो ये हम सब के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। हमारे शरीर से निकला ये कचरा बहुत काम का है। ये इतना ताकतवर है कि इंसान का भविष्य बचा सकता है। आइए बताते हैं आपको कैसे..



मल-मूत्र कैसे शक्तिशाली है



एक व्यक्ति हर साल 91 किलो मल और 730 लीटर मूत्र निकालता है। इसके बाद उसका उपयोग कहां किया जाता है। हालांकि इसका उपयोग आज से नहीं बल्कि कई सालों से किया जाता है। सालों से मल-मूत्र को कचरा नहीं समझा जाता है और न इसे बर्बाद किया जाता था। अनुपचारित मल, बाग में खाद के तौर पर उपयोग में आता था जबकि मूत्र का इस्तेमाल कपड़े के निर्माण में होता था। इंग्लैंड के राजा हेनरी आठवें (1509 से 1547) के टाइम पर 'ग्रूम ऑफ द स्टूल' देश के अहम पदों में से एक था। इस पद पर मौजूद व्यक्ति राजा की नित्य क्रियाओं में सहायता करता था और उसे राजा का काफी नजदीकी माना जाता था। गॉन्ग किसान, मल के बर्तन, हौदी खाली करने वाले अपशिष्ट को रात में ही खाली करके वहां पर किसानों को बेच देते थे। मूत्र को इकट्ठा करके लेदर को मुलायम करने के लिए उपयोग किया जाता था। 



पेट को ठीक रखने के लिए फाइबर युक्त चीजें खानी चाहिए



हम लोग भी अपने पूर्वजों से सीख ले सकते हैं और इस तरह मल-मूत्र का उपयोगी निपटान कर सकते है। ये हम लोगों की समस्याओं को ठीक कर सकता है। अगर बात की जाए हमारी ऊर्जा जरूरतों की तो ऐसा कहा जाता है कि पेट को सही रखने और सही से सफाई करने के लिए हमें फाइबरयुक्त चीजें खानी चाहिए। ये खाने से इंसान को कब्ज की परेशानी भी नहीं होती है। मतलब ये एक ऐसा संसाधन है, जिसकी आपूर्ति हमेशा बनी रह सकती है और ऐसे में ऊर्जा के लिए पानी, हवा या अन्य चीजों की आपूर्ति की निरंतरता से तुलना करें तो ये ज्यादा विश्वसनीय है। 



मीथेन पैदा करने के लिए मल कच्चा माल



सीवेज को प्रोसेस करने के बाद जो कीचड़ बच जाता है, उस कीचड़ से मीथेन पैदा करने के लिए एक अच्छे कच्चा माल के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। इतना ही नहीं आधुनिक उपचार संयंत्रों में भी इसमें बैक्टीरिया मिलाकर इससे बायोगैस बनाई जाती है, जो हमारे घरों में पाइप के माध्यम से पहुंचाई जाती है या फिर गाड़ियों में ईंधन के तौर पर उपयोग होती है।  ये पेट्रोल, डीजल से ज्यादा स्वच्छ ईंधन है। इस तरीके से हम लोग मल के जरिए पेट्रोल, डीजल और एलपीजी पर अपनी निर्भरता कम कर सकते हैं। 



जानें मूत्र हमारे लिए कितना उपयोगी होता है 



मूत्र भी हमारे लिए बहुत लाभदायक हो सकता है। दुनिया का 72 प्रतिशत पानी कृषि में उपयोग होता है और आने वाले वक्त में इसकी मांग और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। हालांकि कुछ देशों में एक समय ऐसा भी आ सकता है जब वहां पर रहने वाले लोग पानी की कमी की वजह से वो जगह छोड़कर कहीं और चले जाएं। जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन में हर व्यक्ति रोज 90 लीटर मूत्र विसर्जित करता है। इसके साथ वो घर में इस्तेमाल होने वाले 140 लीटर पानी का उपयोग कर उसे नाली में बहा देता है। वर्तमान में इसराइल उपयोग हो चुके 90 प्रतिशत पानी को रिसाइकल कर लेता है और कृषि के लिए सलाना 56 हजार ओलंपिक स्विमिंग पूल जितना पानी तैयार कर लेता है।



अपशिष्ट का उपयोग



अगर हम बात करें कृषि की तो कोई भी सजीव वस्तु जीने के लिए फॉस्फोरस पर डिपेंड करती है, लेकिन अत्यधिक खनन की वजह से ये बहुच जल्दी कम होता जा रहा है। अमेरिका, चीन और भारत आने वाले कुछ सालों में इसकी भारी कमी का सामना करना पड़ सकता हैं। खेती में फॉस्फोरस के बिना व्यक्ति अभी के मुकाबले केवल आधी पैदावार ही उत्पादित कर सकते हैं। इस मामले में व्यक्ति अपने पूर्वजों का अनुकरण कर सकते हैं और अपशिष्ट का उपयोग मिट्टी में कर सकते हैं। 



पृथ्वी और हमारा भविष्य बचाएगा मल



शौचालय के पुनर्निर्माण से उन 4 अरब 20 करोड़ लोगों के लिए बड़ा बदलाव किया जा सकता है, जिन्हें स्वच्छ शौच की फेसेलिटी नहीं मिल पाती है। बिना पानी के इस्तेमाल होने वाले शौचालय हर दिन पांच साल से कम उम्र के करीब 800 बच्चों को मौत से बचा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक 2030 तक तक शौचालय का बाजार 6 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा और हर एक डॉलर पर पांच डॉलर की कमाई होगी। इसलिए हमारा मल कोई परेशानी या समस्या की बात बिल्कुल भी नहीं है। यदि हम सब मिलकर आज से काम करना शुरू कर दें तो इससे हम पृथ्वी और हमारे भविष्य को बचा सकते हैं।


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